गुना |वर्तमान डिजिटल परिवेश में लोगों के साथ ऑनलाईन धोखाधड़ी के मामले दिन-प्रतिदन बढते जा रहे हैं । सायबर अपराधियों द्वारा आये दिन फ्रॉड के नये-नये तरीके अपना कर लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी मेहनत की कमाई पर ऑनलाईन हाथ साफ किया जा रहा हैं । वर्तमान में सायबर ठगों द्वारा फ्रॉड का एक नया तरीका अपनाकर लोगों के साथ फ्रॉड किया जा रहा है, जिसमें सायबर ठगों द्वारा लोगों का फोन कर उनके बेटा-बेटी या फिर परिवार के किसी सदस्य को रेप केस, फ्रॉड केस आदि में फंसने से बचाने अथवा उसका किडनेप होने का बोलकर एवं सॉफ्टवेयर के माध्यम से संबंधित की क्लोनिंग आवाज सुनाकर पैसों की डिमांड की जाती है । इस प्रकार के प्राप्त फोन कॉल्स के प्रति सावधानी बरतें अन्यथा सायबर ठगों द्वारा आपका बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है ।
इस प्रकार का फ्रॉड करने में सायबर अपराधियों की कार्यप्रणाली :-
प्रायः देखने में आ रहा है कि जालसाजों द्वारा लोगों को व्हाट्सअप और वॉइस काल के माध्यम से अपने आप को पुलिस का अधिकारी बताकर और व्हाट्सअप प्रोफाईल पर पुलिस अधिकारी की फोटो लगाकर फोन कॉल कर बताया जा रहा है कि उनका बेटा/बेटी या फिर परिवार का कोई सदस्य रेप केस, फ्रॉड केस आदि में पकड़ा गया है अथवा उसका किडनेप हो गया है, इस दौरान सायबर अपराधियों द्वारा बेटा/बेटी या फिर परिवार के उस सदस्य की सॉफ्टवेयर के माध्यम से आवाज की क्लोनिंग कर भी कॉल पर सुनाई जाती है, जिसमें क्लोन आवाज में बोला जाता है कि मैने कुछ नहीं किया प्लीज कैसे भी मुझे बचा लो ये लोग उसे जेल भेज देंगे अथवा किडनेपर उसे मार देंगे की आवाज सुनाई देती है । यह सब सुनकर परिजन घबरा जाते हैं और सामाजिक मान प्रतिष्ठा धूमिल होने के डर से अथवा उसे किडनेपर से सुरक्षित बचाने के लिये एवं सायबर अपराधियों के व्हाटसअप नंबर पर पुलिस अधिकारी की डीपी देखकर बिना किसी से कोई संपर्क किये ही सायबर अपराधियों द्वारा केस में सेटलमेंट करने के नाम पर अथवा किडनेप से मुक्त करने के एबज में की गई पैसों की डिमाण्ड अनुसार रूपये उनके द्वारा भेजे गये यूपीआई / फोन-पे / गुगल-पे / बैंक खाता व आईएफएफसी कोड या फिर क्युआर कोड पर सीधे ही ट्रांसफर कर दिये जाते हैं और उनके फ्रॉड का शिकार बन जाते हैं ।
इस प्रकार के फ्रॉड से बचाव हेतु सावधानियां :-
- अनजान नंबरों से आये हुए फोन कॉल या व्हाट्सअप वॉइस काल पर आंख बंद कर विश्वास न करें ।
- रुपये ट्रांसफर करने से पहले जिस संबंधित व्यक्ति के संबंध में बात हो रही है उसके मोबाईल पर अवश्य संपर्क कर बात करें ।
- इस प्रकार से पैसों की डिमाण्ड वाले कॉल आने पर बच्चों अथवा परिजन के अध्ययन संस्थान या कार्यस्थल या घर पर संपर्क कर उनकी जानकारी लेने की कोशिश करें ।
- इस प्रकार से कोई अनजान काल आए और मामला संदिग्ध लगे तो तत्काल रियेक्ट न करें और तुरंत पुलिस से संपर्क करें ।
- घर के सदस्य एक कोडवर्ड बनाये और मामला संदिग्ध लगने पर पासवर्ड पूछें और बताऐं ।
- यदि आपके साथ किसी प्रकार का कोई ऑनलाईन फ्रॉड हो जाता है तो तत्काल इसकी शिकायतटोल फ्री नम्बर 1930अथवा पुलिस बेबसाइट www.cybercrime.gov.in पर सोशल मिडिया वाले आप्शन पर जाकर अपनी शिकायत रजिस्टर्ड करें । इसके बाद अपने नजदीकी पुलिस थाने एवं सायबर ऑफिस में सूचना दें ।
***– गुना पुलिस द्वारा जनहित में जारी –***