गुना में प्रशासन पर भारी फॉरेस्ट का एसडीओ अधिकारी!
गुना – जिले के बमोरी फॉरेस्ट एसडीओ अधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारी के साथ अभद्रता की एसडीओ कार्यालय परिसर की बिजली बिल जमा न होने के कारण काट दी गई थी एसडीओ ने अपने लोगों के साथ जाकर सहायक प्रबंधक के निवास के बाहर जमकर हंगामा किया बताया जा रहा है कि एसडीओ शराब के नशे में भी थे पुलिस ने एसडीओ और उनके साथियों पर शासकीय कार्य में बाधा की प्राथमिकी दर्ज कर ली है
प्राप्त जानकारी अनुसार बमोरी में पदस्थ विद्युत विभाग सहायक प्रबंधक पीयूष कुमार ने पुलिस को बताया कि 9 मार्च की शाम करीब 7:21 पर मोबाइल पर एक कॉल आया कॉल करने वाले ने कहा कि मैं फॉरेस्ट ऑफिस से बोल रहा हूं मेरे परिसर की बिजली की सप्लाई बंद है मेरे द्वारा बिल जमा करवा दिया गया है फिर भी मेरी सप्लाई चालू नहीं है इसे तुरंत चालू करवा दो तो मैंने बताया कि मैं अभी तुरंत लाइन कर्मचारी को भेज कर सप्लाई चालू करवा देता हूं इसके तुरंत बाद समय करीब 7:35 बजे मेरे निवास परिसर में काली कलर की स्कॉर्पियो हूटर बजाते हुए सुरेश कुमार अहिरवार एसडीओ फॉरेस्ट कार्यालय बमोरी एवं साथ में तीन अज्ञात व्यक्ति मेरे निवास परिसर में आकर मुझे एवं उपकेंद्र पर उपस्थित सब स्टेशन ऑपरेटर अरविंद लोधा के साथ गाली गलौज करने लगा शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न की एवं ऑपरेटर के साथ झूमा झटकी की व उसे थप्पड़ भी मार दिया उन्होंने बताया कि मुझे जान से मारने की धमकी देने लगे फिर मैंने पुलिस को कॉल किया पुलिस मौके पर पहुंच गई तब तक सभी लोग वहां से भाग निकले
सहायक प्रबंधक ने बताया कि उक्त घटना रात के समय हुई और निवास परिसर में मैं अपने परिवार सहित निवास करता हूं उक्त घटना से मैं और मेरा परिवार काफी भयभीत हैं उनकी रिपोर्ट पर पुलिस ने एसडीओ अहिरवार और उनके तीन अन्य अज्ञात साथियों के खिलाफ शासकीय कार्य में बाधा,मारपीट सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है
पिछले महीने हुई थी एसडीओ पर महिला आरक्षक से छेड़खानी की प्राथमिकी दर्ज
आपको बता दें यह वही एसडीओ अधिकारी है जिस पर पिछले महीने ही एक पुलिस महिला आरक्षक को छेड़ने की प्राथमिकी दर्ज हुई थी
महिला आरक्षक ने थाने पर आवेदन दिया था और बताया था कि 16 फरवरी को एसडीओ ने उन्हें कॉल पर प्रपोज किया था महिला आरक्षक के आवेदन पर बमोरी पुलिस ने एसडीओ पर प्राथमिकी दर्ज की थी उन पर आईपीसी की धारा 354 (A ) और 509 के तहत मामला दर्ज किया गया था