‘समाधान आपके द्वार ’योजना अंतर्गत सोमबार को एडीआर भवन में सुलभ व त्वरित न्याय की ओर बढते कदम विषय को लेकर सेमिनार का आयोजन किया गया
आयोजन में पंचायत सचिवों को ‘समाधान आपके द्वार ’योजना को लेकर विशेष प्रशिक्षण दिया गया। सेमिनार के पश्चात विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव जिला न्यायाधीश राकेश शर्मा पत्रकारों से भी रूबरू हुए और उन्होंने इस आयोजन एवं योजना के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि मप्र उच्च न्यायालय खण्डपीठ ग्वालियर द्वारा प्रशासनिक न्यायाधिपति श्री रोहित आर्या के निर्देशन में विवाद मुक्त समाज की परिकल्पना को साकार करने के लिए “समाधान आपके द्वार” योजना अंतर्गत समाधान शिविर का आयोजन 24 फरबरी को किया जाना है। प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गुना श्री वीरेन्द्र सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में “समाधान आपके द्वार” योजना के तहत पाँचवे चरण के शिविर का आयोजन राजस्व, पुलिस, विद्युत, वन, नगरपालिका के समन्वय से किया जा रहा है।
उक्त शिविर में बतौर मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश व सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गुना राकेश कुमार शर्मा द्वारा बताया गया कि “समाधान आपके द्वार” योजना के अंतर्गत आने वाले राजस्व, पुलिस, वन, विद्युत एवं नगरीय निकाय विभाग के शमनीय आपराधिक मामलों, न्यायालयों में प्रचलित राजीनामा योग्य मामलों तथा प्री-लिटिगेशान मामलों का सौहार्दपूर्ण वातावरण में आपसी समझौते से निराकरण कराया जाना है। जिसके लिए जिला गुना के समस्त ग्रामों के सचिव को बुलाये जाकर बैठक का आयोजन किया गया जिसमें बताया गया कि वे अपने अपने स्तर पर ग्रामों में जाकर या ग्राम पंचायतों में सभी ग्रामवासियों की बैठक बुलाकर उनकी समस्या सुनकर उनका निराकरण कराये जाने हेतु समाधान आपके द्वार शिविर में उक्त शिकायत का निराकरण हेतु आवेदन संबंधित विभागों में कर सकते हैं।जिनका निराकरण 24 फरबरी को “समाधान आपके द्वार योजना अंतर्गत पाँचवे शिविर में कराया जा सकेगा।
समस्त ग्राम सचिवों को लगभग 100-100 पेंपलेट्स दिये गये जिससे वे उक्त योजना का प्रचार प्रसार अपने अपने ग्रामों में करें एवं ग्रामवासियों को उक्त योजना के बारे में विस्तार से बता सकें। साथ ही समस्त ग्राम सचिवों को व्यापक प्रचार प्रसार हेतु पोस्टर वितरित किये गये जिनको वे अपनी अपनी ग्राम पंचायतों में सहजदृश्य भागों पर चस्पा कर ग्रामवासियों को उक्त योजना से अवगत करा सकेंगें।