कृषि विज्ञान केन्द्र एवं किसान उत्पादन संगठन मिलकर किसानों को करें जागरूक – मंत्री श्री चौधरी
जो किसान प्राकृतिक खेती करेगा उसे सरकार देगी अनुदान
गुना / कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री भारत सरकार भागीरथ चौधरी की अध्यक्षता मेंबुधवार को जिला कलेक्ट्रेट गुना के सभागार में “आकांक्षी जिला गुना” की समीक्षा की गयी।
बैठक में विधायक गुना पन्नालाल शाक्य, बमोरी विधायक ऋषि अग्रवाल, भाजपा जिला अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिकरवार, नगरपालिका अध्यक्ष सविता अरविन्द गुप्ता सहित अन्य जनप्रतिनिधि विकास जैन एवं कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत प्रथम कौशिक सहित संबंधित अधिकारी अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान मंत्री श्री चौधरी द्वारा आकांक्षी जिले के मुख्य इंडीकेटर्स स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, वित्तीय समावेश, बुनियादी अद्योसंरचना एवं कौशल विकास आदि की बिंदुवार प्रगति की समीक्षा की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिलों के अंतर्गत जो कार्य किये जा रहे हैं, यह महत्वाकांक्षी योजना है। जिसके तहत केन्द्र सरकार और राज्य सरकार हर क्षेत्र में आकांक्षी जिलों में विकास के लिये कार्य कर रही है।
इस दौरान उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिलों में शिक्षा के स्तर में अमूलचूल परिवर्तन हो रहा है। इसके तहत जहां स्कलों में हम ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं देंगे तो बच्चे स्कूल की ओर आने के लिये ज्यादा आकर्षित होंगे। इस दौरान उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया गया कि सभी शिक्षक स्कूल में समय पर उपस्थित होवें। इस दौरान उन्होंने सीआर मद से किये जाने वाले कार्यो की भी जानकारी प्राप्त की।
समीक्षा बैठक के दौरान कलेक्टर द्वारा कहा कि गुना जिले के अंतर्गत बमोरी आकांक्षी ब्लॉक में शामिल किया गया है, जिसके तहत अनेक कार्य किये जा रहे हैं। कुछ प्रोजेक्ट तैयार कर नीति आयोग भारत सरकार को भेजे गये हैं साथ ही उन्होंने जिले में किये गये नवाचार स्कूल एवं पंचायत भवन में पंखे, साफ-सफाई, पुताई, फर्नीचर की व्यवस्था, आंगनबाड़ी केन्द्रों में पंखे लगाने एवं स्वास्थ्य विभाग से संबंधित किये गये कार्यो के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गयी। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत द्वारा जिले में स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में किये जाने वाले कार्य, आंगनबाड़ी केन्द्र एवं स्कूल के उन्नयन के लिए तैयार कर भारत सरकार को भेजे गये प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी और उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के लिए अभी 9 करोड़ की राशि नीति आयोग भारत सरकार से आना अपेक्षित है।
कृषि विज्ञान केन्द्र एवं किसान उत्पादन संगठन मिलकर किसानों को करें जागरूक – मंत्री श्री चौधरी
मंत्री श्री चौधरी द्वारा कृषि विभाग से संबंधित कार्यो की समीक्षा के दौरान कहा कि हमारा प्रदेश एवं जिला कृषि प्रधान है। कृषकों को प्राकृतिक खेती एवं जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए जागरूक करने की आवश्यकता है। इस पर कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा किसानों को मिट्टी परीक्षण के लिए समझाइश दी जावे और आधुनिक बीज और उर्वरक हेतु उन्हें प्रेरित किया जावे। साथ ही किसान उत्पादन संगठन (एफपीओ) के साथ मिलकर किसानों को जागरूक करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जावे। विशेष रूप से किसान डीएपी उर्वरक के स्थान पर अन्य उर्वरक नैनो यूरिया का उपयोग करने के लिए प्रेरित किया जावे। इस संबंध में कृषकों की मानसिकता में परिवर्तन लाने की जरूरत है। इस दौरान उन्होंने जिले का प्रसिद्ध धनिया उत्पाद के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्होंने कहा कि ‘एक जिला एक उत्पाद’ में गुना का धनिया की पहचान है, यह बहुत बड़ी बात है। भारत सरकार यह विचार कर रही है कि जो किसान प्राकृतिक खेती करेगा उसे अनुदान देगी। हमारे जिले के लघु एवं सीमांत किसानों को जागरूक करने की विशेष आवश्यकता है। इस दौरान उन्होंने न्यूनतम सर्मथन मूल्य पर रबी एवं खरीफ की फसल खरीदी के बारे में जानकारी प्राप्त की और साथ ही ड्रोन दीदी, केसीसी के संबंध में भी जानकारी प्राप्त की।