गुना/ सार्वजनिक श्री रामलीला एवं दशहरा पर्व समिति पुरानी गल्ला मंडी गुना के तत्वाधान में चल रही रामलीला के अंतिम दिवस लीला में अहिरावण वध, रावण वध और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का राजतिलक की लीला का मंचन किया गया। इसके पूर्व अहिरावण राम लक्ष्मण को चुरा कर पाताल लोक में ले जाता हैं। हनुमान अहिरावण का वध कर राम लक्ष्मण को पाताल से लेकर आते हैं। तब वानर सेना में हर्ष होता है वानर सेना सीताराम का जय घोष करती है और लंका को चारों ओर से घेर लेते है। तबा रावण रणभूमि में युद्ध के लिये आता है और राम रावण का महा संग्राम होता है। राम, रावण की नाभि में अग्नि बाण मार कर रावण का वध करते हैं। रावण के मरते ही जय जय श्री राम का उदघोष होता है।
रावण पर विजय प्राप्त कर भगवान श्री राम, सीता, भाई लक्ष्मण और वानरों के साथ अयोध्या आते हैं, और अयोध्या में भगवान श्री राम का राजतिलक होता है। राम जी के राजा बनने पर अयोध्या में राजा रामचंद्र जी की जय घोष होने लगती है। श्री राम जी के राजतिलक के साथ रामलीला मंचन का समापन होता है।