गुना / सार्वजनिक श्री रामलीला एंव दशहरा पर्व समिति पुरानी गल्ला मंडी गुना के तत्वाधान में चलरही रामलीला के 11 दिन की लीला में श्रीराम – सुग्रीव की मित्रता और बाली वध की लीला का चित्रण किया गया जिसमे श्रीराम सुग्रीव के साथ अग्नि को साक्षी मानकर अपनी मित्रता की प्रतिज्ञा लेते है| इस तरह दोनों के बीच घनिष्ट मित्रता स्थापित हो जाती है| जब राम ने सुग्रीव से पहाड़ो की गुफा में रहने का कारण पूछा तो सुग्रीव ने बताया की मेरे बड़े भाई बाली ने मेरा राज्य और पत्नी सब छीन लिए है उसके भय से में मारा मारा फिर रहा हूँ | तब राम ने सच्ची मित्रता का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए, सुग्रीव के दुख दूर करने और किष्किन्धा को वापस लाने का प्रण लेते है| राम जी सुग्रीव के साथ मिलकर वाली को मारते है, और इस तरह सुग्रीव को उनका राज्य और उनकी पत्नी वापस मिल जाती है| तब सुग्रीव अपनी वानर सेना को चारों दिशाओं में भेजते है| सुग्रीव की वानर सेना चारों दिशाओं में फेल कर सीता माता की खोज करने के लिए देश के कोने कोने में फ़ैल जाते है. और माता सीता की खोज करते है