गुना / मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के कार्यकर्ताओं ने गुना कलेक्ट्रेट में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का पुतला फूका। दिग्विजय सिंह और मप्र कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी दोनों पर थाने में एफआईआर दर्ज कराने के लिया आवेदन दिया है।
इसमें कहा गया कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित NEET और अन्य प्रवेश परीक्षाओं को लेकर मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के द्वारा पिछले दो-तीन दिनों से मीडिया और सोशल मीडिया में अलग-अलग तरीके से बयानबाजी की जा रही हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बिना किसी प्रमाण के नीट पेपर लीक मामले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर आरोप लगाए हैं।
ABVP के कार्यकर्ताओं ने कहा कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मीडिया को बाइट में कहा कि ‘पेपर लीक मामले में हमेशा ABVP के कार्यकर्ता सामने आते हैं।’ जबकि राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी द्वारा आयोजित NEET की परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने के बाद सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ही मुखर होकर विद्यार्थियों के भविष्य के साथ हुए खिलवाड़ पर जमकर विरोध किया था। अभाविप ने ही सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया और पेपर लीक की सीबीआई जांच की मांग की थी
राष्ट्रीय मंत्री शालिनी वर्मा ने कहा कि दिग्विजय और जीतू पटवारी मध्यप्रदेश में हार के बाद बौखला गए हैं। बिना तथ्यों के विद्यार्थी परिषद पर अनर्गल बयान देना अशोभनीय है। दिग्विजय और जीतू पटवारी को मानसिक शांति के लिए हवन और पूजन करना चाहिए और गुना में महाविद्यालय में प्रवेश लेकर abvp के विरुद्ध चुनाव लड़ ले पता चल जायेगा कि abvp कि क्या शक्ति है
राष्ट्रीय मंत्री ने कहा जिस प्रकार दिग्विजय सिंह और जीतू पटवारी सोशल अकाउंट पर बौखला कर संगठन को बार-बार बीच में ला रहे हैं और बिना किसी प्रमाण के ऊटपटांग बयान दे रहे है यह कहीं ना कहीं उनके चुनाव में हार का नतीजा है। विद्यार्थी परिषद उन्हें बता देना चाहती है नीट की परीक्षा में गड़बड़ी सामने आने पर सबसे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने ही मुखर होकर विद्यार्थियों के साथ खड़े होकर उनके भविष्य की चिंता की थी एवं करती आ रही है।