गुना / मध्यप्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दिनांक 18 जून से 20 जून 2024 तक ‘’स्कूल चलें हम अभियान’’ कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश जारी किये गये थे। जिसमें 20 जून 2024 को ‘’भविष्य से भेंट’’ के तहत जिले के कलेक्टर सहित अन्य जनप्रतिनिधियों, समाज सेवियों एवं प्रबुद्धजन सहित जिला अधिकारियों द्वारा अलग-अलग विद्यालयों में जाकर बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित किया एवं एक पीरियड पढ़ाकर उन्हें ज्ञान उपयोगी मार्गदर्शन दिया गया।
इसी क्रम में कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह द्वारा गुना शहर के नजदीक शा. बालक मा.वि. बजरंगगढ़ एवं शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल बजरंगगढ़ में जाकर बच्चों को पढ़ाया और भविष्य में उन्हें क्या बनना चाहते हैं तथा खेलकूद सामग्री की उपलब्धता के बारे में जानकारी प्राप्त की।
कलेक्टर द्वारा परखी बच्चों की बौद्धिक क्षमता, रोचक तरीके से समझाया राष्ट्रीय ध्वज का महत्व
सर्वप्रथम कलेक्टर द्वारा बालक माध्यमिक विद्यालय बजरंगगढ़ में कक्षा 6 के बच्चों की बौद्धिक क्षमता परखने के लिए ब्लैकबोर्ड पर लेखन कार्य किया, इस दौरान राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा झण्डा का नक्शा बनाकर बच्चों को रोचक तरीके से राष्ट्रीय ध्वज का महत्व और रंगों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान बच्चों से खेल सामग्री के बारे में जानकारी प्राप्त की। बच्चों द्वारा बैडमिंटन, चिडि़या बल्ला, फुटबाल, बॉस्केटबॉल, सितौलिया आदि की मांग की गई, जिसे कलेक्टर द्वारा सहर्ष स्वीकार कर एक सप्ताह के अंदर प्रदाय करने की घोषणा की गई। इस दौरान बच्चों को चिप्स के पैकेट भी वितरित किये गये। बच्चों द्वारा पुलिस, आर्मी एवं आपके जैसे (कलेक्टर) बनने की इच्छा प्रकट की। इस दौरान कलेक्टर द्वारा रोचक तरीके से उन्हें खूब पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया। इस दौरान दुर्गा स्व-सहायता समूह द्वारा बनाये गये मध्यान्ह भोजन को चखा और खाने की गुणवत्ता की तारीफ की गई और उन्हें नगद राशि के रूप में भेंट दी गई।
पुस्तक में रखी हुई विद्या और दूसरे के हाथ में रखा हुआ धन समय आने पर दोनों काम नही आते हैं – कलेक्टर
इसके पश्चात शासकीय हायर सेकण्डरी स्कूल बजरंगगढ़ में कक्षा 9 एवं 10 के बच्चों को महाकवि कालीदास के बारे में विस्तृत जानकारी दी और उनकी रचनाओं के बारे में बताया और बच्चों के संस्कृत ज्ञान को परखा। इस दौरान कलेक्टर के पूछे जाने पर बच्चों ने आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर आदि बनने की इच्छा प्रकट की और विद्यालय में खेलकूद सामग्री उपलब्धता के बारे में जानकारी ली। तत्पश्चात कलेक्टर द्वारा कहा कि जो भी बनना है वह अपनी रूचि, इच्छा, लगन अनुसार बनें और अपना लक्ष्य निर्धारित कर लगन से खूब मेहनत करें और पढ़ाई की नियमितता जारी रखें। कम से कम 7 से 8 घंटे तक खूब पढ़ाई करें और मोबाइल से दूरी रखने के लिए सचेत भी किया गया। इस दौरान कलेक्टर द्वारा हित उपदेशक संस्कृत के श्लोक का हिन्दी रूपांतरण करते हुए कहा कि ‘’पुस्तक में रखी हुई विद्या और दूसरे के हाथ में रखा हुआ धन समय आने पर दोनों काम नही आते हैं, इसलिए आपके पास जो पुस्तकें उपलब्ध हैं, उनका मन से अध्ययन करें और आगे बढ़ें तभी सफलता मिलती है’’।इस तरह कलेक्टर आज शिक्षक की भूमिका में नजर आये। अंत में कलेक्टर द्वारा विद्यालय परिसर में पत्रकार साथियों एवं स्कूल स्टॉफ के साथ वृक्षारोपण भी किया गया।