गुना / छात्र समस्या से अवगत कराते हुए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गुना इकाई ने जिलाधीश गुना को बुधबार को ज्ञापन सौपा
प्राप्त जानकारी अनुसार शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अध्ययन कर रहे हजारों छात्रों के साथ ऑनलाइन वालों ने प्रवेश शुल्क जमा करते समय धोखाधड़ी कर शुल्क महाविद्यालय की जगह किसी और पोर्टल पर डालकर विद्यार्थियों को फर्जी रसीदें थमा दीं जिसे विद्यार्थी ने महाविद्यालय में भी जमा कर दी एवं महाविद्यालय द्वारा उसे स्वीकार भी कर लिया गया। यह सब 2018 से अब तक चला आ रहा था और हैरानी की बात यह है की महाविद्यालय तक को इस बात की कोई खबर तक नहीं हुई। जिसका खामियाजा अब 2024 में विद्यार्थियों को उठाना पड़ रहा है।, क्योंकि अब विद्यार्थियों को अपना अध्ययन आगे सुचारू रखने के लिए पहले वह फीस जमा करनी होगी जो वह एक बार पहले ही कर चुके है।
इस कारण बड़ी संख्या में महाविद्यालय में पढ़ने वाले विद्यार्थी परेशान हैं क्योंकि उस समय रशीद पर दुकान की सील नहीं लगाई जाती थी जिसका फायदा ऑनलाइन वालों ने उठाकर विद्यार्थियों के साथ धोखा किया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा छात्र हितों में जिलाधीश से यह मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर इससे जुड़े सभी अपराधियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जावे एवं तब तक विद्यार्थियों को पूर्व में बकाया फीस जमा करने के लिए बाधित न किया जावे। अन्यथा की स्थिति में विद्यार्थी परिषद छात्र हितों में उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी जिसकी समस्त जवाबदारी प्रशासन की होगी।
ज्ञापन देने बालों में अ भा वि परिषद गुना के जिला संयोजक विकास शिवहरे
, भाग संयोजक पीयूजी मिश्रा एवं एसएफडी प्रमुख जयदीप जी ओझा उपस्थित रहे